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कीगेल एक्सरसाइज से सेक्स में आंनद लेना (Kigel exercise)

कीगेल एक्सरसाइज (Kigel exercise)

परिचय

कीगेल एक्सरसाइज एक तरह से एक बहुत ही आसान व्यायाम है जिसे कोई भी पुरुष बड़ी ही सरलता से कर सकता है। पुरुष संभोग करते समय कीगेल एक्सरसाइज करके स्वयं तथा अपनी जीवन साथी को सेक्स क्रिया का आंनद दे सकता है। कीगेल एक्सरसाइज से केवल नितम्ब के पीछे की भाग की मांसपेशियों के सरल व्यायाम करने होते है।

कीगेल एक्सरसाइज को अगर पुरुष रोजाना विस्तार पू्र्वक करें तो उसे संभोग करने के बाद परम सुख पाने के लिए किसी भी तरह का कोई भी प्रयत्न करने की जरुरत नहीं होती है। इस व्यायाम को करने के बाद पुरुष के नितम्ब के पीछे के भाग की मांसपेशियां ताकतवर और फुर्तीली बन जाती है। स्त्रियों और पुरुषों को सम्पूर्ण आनन्द देने वाली यही मांसपेशी होती है। इस कीगेल एक्सरसाइज को करने से पुरुष अपनी सेक्स क्रिया को अधिक समय तक बढ़ा सकता है। यह वीर्य के जल्दी गिरने के रोग को भी रोकने में भी सक्षम होता है। इससे संभोग करने का समय भी बढ़ जाता है। वीर्य के जल्दी गिरने के रोग से परेशान पुरुषों के लिए कीगेल एक्सरसाइज से बहुत ही अधिक फायदा मिलता है।

अगर आप कीगेल एक्सरसाइज को पूर्ण रूप से काबू कर ले तो संभोग करते वक्त वीर्य के निकले बिना ही कई बार चरम सुख को प्राप्त कर सकते हैं। कीगेल एक्सरसाइज के करने के बाद केवल संभोग करते समय यौन आनन्द ही नहीं बल्कि कुछ अन्य लाभ भी प्राप्त होते हैं। जैसे कि- पुरुष और स्त्री अपने नितम्ब के पीछे के भाग की मांसपेशियों को खींच कर संभोग करने के समय को काफी ज्यादा समय के लिए बढ़ा सकते हैं तथा संभोग करते समय दिशा भी बदल सकते हैं।

कीगेल एक्सरसाइज को किस तरह से करना चाहिएः-

कीगेल एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले यह मालूम करना अति आवश्यक है कि आपके अंदर प्युबोकोसीगेल मांसपेशी कौन सी होती है?  
अगर आपको तेजी के साथ पेशाब लगता है तो उस समय अपनी दोनों टांगों को थोड़ा सा फैलाकर पेशाब करना शुरू कर देना चाहिए। मूत्र के वेग को कभी भी रोकना नहीं चाहिए। इस तरह से आप जिस किसी भी मांसपेशियों पर जोर देगें, वही मांसपेशी प्युबोकोसीगेल होती है।
जब आप पेशाब करना शुरू करें तो इस पेशाब को कुछ समय के लिए के रोक कर रखें और उसके कुछ समय के बाद पेशाब को दुबारा से करना शुरू कर दें। पेशाब करते वक्त आरम्भ में आपको कुछ दिक्कत महसूस होगी। हो सकता है कि पेशाब का वेग थोड़ी देर के लिए ही रुक जाए। लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए, इसका प्रयत्न निरंतर करते रहना चाहिए। इस तरह से आप निरंतर के प्रयास करने से इस मांसपेशी को काबू रखने में सफल हो जाएंगे।  
इस तरह से जब आप इस मांसपेशी को अपने काबू में रखने में सफल हो जाएं उस समय पेशाब करने का मन न होने पर भी आपको मांसपेशियों पर दबाव डालना होगा। इस प्रयास को कुछ समय तक ही करने की कोशिश करें।
आरम्भ में इस मांसपेशी को थोड़ी देर के लिए भींच कर रखें। 15-20 दिन गुजरने के बाद इस मांसपेशी के भींचने की समय-सीमा को बढ़ा देना चाहिए।
कुछ समय तक प्युबोकोसीगेल मांसपेशी को दबाकर रखने की क्रिया होल्ड कहलाती है। इसी तरह ही इस मांसपेशी को जल्दी-जल्दी भींचने और खोलने की क्रिया को क्यूक कंट्राक्टेशन भी कहते हैं।

स्त्री को कम से कम 5 सेंकड से ज्यादा होल्ड की अवस्था में रहना चाहिए तथा पुरुष को ज्यादा से ज्यादा 15 सेकंड तक ही होल्ड की अवस्था में रहना चाहिए।
कोई भी पुरुष संभोग करने के दरम्यान कुछ महीनों के प्रयास के बाद ही अपनी उत्तेजना और भावना को काबू करके इस मांसपेशी पर अपना प्रेशर बना सकता है।
इस तरह से कीगेल एक्सरसाइज पर काबू हो जाने पर पुरुष अपने वीर्य के जल्दी गिरने के कार्य को समान रूप से रोक सकने में कामयाब हो सकते हैं तथा फिर इसके बाद वे दुबारा से संभोग करने का कार्य कर सकते हैं। अगर वीर्य के जल्दी गिरने की उम्मीद महसूस हो तो कीगेल एक्सरसाइज के द्वारा अपनी मांसपेशी पर प्रेशर बनाए रखें और शीघ्रपतन को कुछ समय के लिए रोक दें।
इस अभ्यास को बार-बार करते रहें। इस तरह से कीगेल एक्सरसाइज को जितना आप काबू में रखेंगे, आप सेक्स क्रिया करने का समय भी उतना ही बढ़ाने में सफल हो जाएंगे।
कीगेल एक्सरसाइज का प्रयास पुरुष हैंडप्रैक्टिस के बाद भी कर सकते हैं।

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