loading...
loading...

एलर्जी

एलर्जी में सफाई का रखें ख़ास ध्यान

एलर्जी एक ऐसी बीमारी है, जिसका कारण आमतौर पर समझ में नहीं आता। लेकिन कुछ ऐसे लक्षण तो हैं ही, जो ये बता देते हैं कि आप एलर्जी से पीड़ित हैं। इसके बाद एक ब्लड टेस्ट आपकी मुश्किलें आसान कर सकता है। आइए जानें, क्या है एलर्जी, कैसे पाएं राहत।

रश्मि शर्मा आजकल ऑफिस में बड़े आराम से काम करती हैं और समय पर घर भी चली जाती हैं। लेकिन 10-15 दिन पहले तक ऑफिस में आते ही न केवल वह, बल्कि उनके साथी भी उनसे परेशान होने लगे थे। कभी छींक तो कभी नाक पर रुमाल रखना और फिर बार-बार टॉयलेट जाना। उनकी एक सीनियर ने उन्हें सलाह दी कि तुम्हें एलर्जी हो गई है, डॉक्टर से मिल लो। रश्मि को लगा कि भला इसमें डॉक्टर क्या करेगा, जुकाम लगता है, खुद ही ठीक हो जाएगा। लेकिन आखिरकार उसे अपनी सीनियर की बात माननी पड़ी थी और डॉक्टर के पास जाना पड़ा था। डॉक्टर ने एक ब्लड टेस्ट के बाद कुछ दवाएं दीं, जिसके एक सप्ताह सेवन के बाद ही रश्मि की तबियत तेजी से ठीक होने लगी।

प्रशांत को तो समझ ही नहीं आ रहा था कि उन्हें क्या हुआ। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी और अक्सर दम फूलने लगता था। उन्होंने तो एक बार डॉक्टर को भी अपनी समस्या दिखा ली थी, लेकिन कोई खास लाभ नहीं हो रहा था। एक दिन उनके घर एक अतिथि आए, जिन्हें उनकी समस्या का कारण उनके घर में धमा-चौकड़ी मचा रहे दो पालतू कुत्ते लगे। प्रशांत अपने अतिथि की बात मानने को तैयार नहीं थे, क्योंकि वे लगभग तीन महीने ही पहले घर लाए उन कुत्तों से काफी प्यार करने लगे थे। फिर जब वे डॉक्टर के पास गए तो उन्होंने इस बात की पुष्टि कर दी कि उन्हें कुत्तों की वजह से ही एलर्जी है। डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने कुत्तों को घर से बाहर निकाला और देखते-देखते उन्हें तेजी से स्वास्थ्य लाभ होने लगा।

एलर्जी बीमारी ही ऐसी है, जो बीमारी लगती नहीं, लेकिन एक बार लग जाए तो परेशान कर देती है। हर व्यक्ति के शरीर की अपनी क्षमता होती है और उसी के अनुरूप वह बाहरी चीजों के साथ तालमेल बिठा पाता है। लेकिन कुछ तत्व ऐसे होते हैं, जिसके साथ शरीर तालमेल नहीं बिठा पाता। ऐसे तत्वों को एलर्जेट कहते हैं, जो एलर्जी का कारण बनते हैं। अगर आपको खुशबू पसंद नहीं है तो फूल से भी एलर्जी हो सकती है। धूल-मिट्टी पसंद नहीं है तो धूल-मिट्टी भी आपकी एलर्जी का कारण बन सकती है। यहां तक कि आपका पालतू जानवर भी आपको एलर्जी की तकलीफ देकर सता सकता है। लेकिन समय पर इसकी पहचान हो जाए तो आप इससे राहत पा सकते हैं।


जैरथ एलर्जी टेस्टिंग एंड ट्रीटमेंट सेंटर के प्रमुख डॉ. प्रशांत जैरथ कहते हैं, ‘अगर एलर्जी की पहचान समय पर हो जाए तो इसका इलाज संभव है।’ वे कहते हैं कि अब तो इसकी पहचान भी काफी आसान हो गई है। केवल एक ब्लड टेस्ट से यह पता लग जाता है कि एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति को किस कारण एलर्जी है। यह पता लग जाने के बाद इलाज काफी आसान हो जाता है। इस इलाज के तहत पीड़ित व्यक्ति को कुछ समय के लिए दवा खानी पड़ती है, जिससे उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो जाती है और रोगी की एलर्जी की समस्या भी ठीक हो जाती है। डॉ. जैरथ खास सलाह देते हैं कि एलर्जी के रोगी को लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए। 



एक शोध कहता है कि अपने देश में सबसे अधिक लोग डस्ट एलर्जी से परेशान हैं। यानी उन्हें डस्ट से एलर्जी होती है। आखिर रश्मि के साथ भी ऐसा ही तो था। एलर्जी से परेशान कुल लोगों में ऐसे लोग 80 प्रतिशत हैं। इसके बाद पालतू जानवरों से लोगों को काफी एलर्जी होती है। ऐसे लोग लगभग 15 प्रतिशत बताए जाते हैं। खाने-पीने की चीजों से बच्चों को एलर्जी की समस्या अधिक होती है। फूड एलर्जी से 6 से 8 प्रतिशत बच्चों परेशान रहते हैं। इसके अलावा हेयर डाई से भी एलर्जी होती है। मौसमी एलर्जी भी किसी व्यक्ति को खास मौसम में परेशान कर सकती है। इसलिए आपको एलर्जी हो तो उसके कारणों को पहचानने की कोशिश करें और समय रहते डॉक्टर से मिलें, ताकि आप इस बीमारी से राहत पा सकें। 





त्वचा एलर्जीःलक्षण,कारण और निवारण

त्वचा आपकी खूबसूरती का आईना है। आकर्षक दिखने के लिए आप जितने भी जतन करती हैं, वे सब कहीं न कहीं त्वचा को जवां और कसावयुक्त बनाने के लिए किए जाते हैं। लेकिन अपनी स्किन को एलर्जी से बचाने के लिए आप क्या करती हैं? क्या आप जानती हैं कि एलर्जी से आपकी त्वचा बेहद खराब और बदसूरत हो सकती है? किन कारणों से होती है त्वचा में एलर्जी और कैसे इनसे बचें, बता रही हैं आरती मिश्रः

डर्मेटोलॉजिस्ट शेहला अग्रवाल के अनुसार, निम्न कारणों से भी हो सकती है एलर्जी- 

-कपड़ों से भी एलर्जी हो सकती है। 

 -कभी-कभी कपड़े पर इस्तेमाल होने वाला रंग यानी डाई, त्वचा में एलर्जी पैदा कर देती है। इससे त्वचा में खिंचाव आदि की समस्याएं होती हैं। 

-टैटू का त्वचा पर बुरा प्रभाव देखा गया है। इस तरह की शिकायतें आजकल आम हैं। दरअसल, अगर टैटू में इस्तेमाल होने वाली स्याही की क्वॉलिटी खराब हो तो इससे त्वचा में जलन होने लगती है। 

-मौसम में बदलाव भी एलर्जी का कारण हो सकता है। मौसम बदलने से हवा में पोलिन्स की संख्या बढ़ जाती है, जो त्वचा में एलर्जी का मुख्य कारण होती है। 

-अगर हेयर कलर में पीपीडी की मात्र ज्यादा हो तो उससे भी एलर्जी की संभावना बढ़ जाती है। 

कैसा होता है एलर्जी का असर 
एलर्जी से कुछ लोगों को कोई परेशानी नहीं होती, जबकि कुछ को उस स्थान पर दर्द, खुजली, छाले पड़ना, छाले फूटकर पानी निकलना, घाव हो जाना आदि समस्याएं हो जाती हैं। अगर सही समय पर इस पर ध्यान न दिया जाए तो त्वचा रोग भी बन सकते हैं। इसके अलावा कई बार प्लास्टिक की चीजों जैसे नकली आभूषण, बिंदी, परफ्यूम, चश्मे के फ्रेम, साबुन आदि से भी एलर्जी हो जाती है। इस तरह की एलर्जी को कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है। 

ऐसे बच सकती हैं एलर्जी से 
-घर से बाहर निकलें तो चेहरे और बाजुओं को ढकें। सन्सक्रीन जरूर लगाएं। 

-चेहरे को दिन में कई बार पानी से धोएं। इससे चेहरे पर लगी धूल-मिट्टी हट जाएगी। 

-ऐलोवेरा जेल या ऐलोवेरा से बनी क्रीम आदि का ही प्रयोग करें। 

-अगर कामकाजी हैं तो शाम को भी स्नान करें। इससे धूल आदि से होने वाली एलर्जी नहीं होगी। 

-फिल्टर्ड पानी का ही प्रयोग करें। 

अगर आपकी त्वचा का रंग लाल हो रहा है या फिर उसमें खुजली या रैशेज हो रहे हैं तो यह सब एलर्जी होने के लक्षण हैं। त्वचा में एलर्जी किसी को भी हो सकती है। एलर्जी का मुख्य कारण हमारी जीवनशैली और दिनचर्या है। साथ ही प्रदूषण जैसे कारक भी एलर्जी का कारण बन सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि खाने से, हवा से, पानी से, प्रदूषण से त्वचा एलर्जी का शिकार हो जाती है। चलिए, पहले ये जान लेते हैं कि एलर्जी होने के प्रमुख कारण कौन-कौन से हैं- 

हवा से होती है एलर्जी 
आप ऑफिस जाती हैं, बाजार या फिर बच्चों को स्कूल छोड़ने-लाने के लिए जब भी घर से बाहर निकलती हैं तो सीधे तौर पर हवा के संपर्क में आती हैं। प्रदूषण युक्त हवा आपकी त्वचा को बैक्टीरिया के संपर्क में ले आती है, जिससे एलर्जी होने का खतरा रहता है। इसके अलावा जिन घरों में अधिक धूम्रपान किया जाता है, वहां के लोगों को स्किन एलर्जी और एस्थमा जैसी बीमारियां होने का खतरा कई गुना अधिक रहता है। 

भोजन से भी होती है एलर्जी 
कई लोगों को किसी खास खाद्य पदार्थ के कारण एलर्जी होती है। जैसे कई बार बच्चों को गाय के दूध, मछली या फिर अंडे से एलर्जी हो जाती है। इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको किस चीज से एलर्जी हो रही है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि जिस खाद्य पदार्थ से आपको एलर्जी हो, उससे जुड़े खाद्य पदार्थ समूह से एलर्जी हो। 

पानी से एलर्जी 
पानी को यूं तो जीवन कहा जाता है, पर अगर यह साफ नहीं है तो कई बीमारियों का जनक बन जाता है। इसमें मिले केमिकल्स आपके चेहरे की झुर्रियों का कारण बन सकते हैं। चूंकि ये शरीर द्वारा सीधे सोख लिए जाते हैं, इसलिए इनसे एलर्जी होने का खतरा भी अधिक होता है। पानी में जब क्लोरीन मिला होता है, तब वह अधिक नुकसानदेह हो जाता है। इसलिए कहा जाता है कि जब भी आप तैराकी करें तो उसके बाद साफ पानी से जरूर नहा लें।

No comments

Thanks

Theme images by konradlew. Powered by Blogger.