शरीर की हर कोशिका, पोषक तत्वों को ग्रहण करने के बाद उनका स्वांगीकरण करके, अपने शरीर की वृद्धि करती है तथा आवश्यकतानुसार क्षतिपूर्ति भी करती है। वर्धन क्रिया पोषक तत्वों के स्वांगीकरण के फलस्वरूप ही होती है। वृद्धि, जीवित सृष्टि का एक अनिवार्य गुण है। शरीर की कोशिकाओं के साइटोप्लाज्म में भी वृद्धि की क्षमता होती है क्योंकि उन्हें रक्त से लगातार पोषक तत्व मिलते रहते हैं। पोषक तत्वों में- प्रोटीन, वसा तथा कार्बोहाइड्रेट प्रमुख है। शरीर निरन्तर क्रियाशील रहता है इसलिए इसके भागों की लगातार टूट-फूट होती रहती है जिसकी क्षतिपूर्ति साइटोप्लाज्म द्वारा होती है।