परिचय-
पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड विटामिन बी-कॉम्पलेक्स के परिवार का एक सदस्य है। इसके प्रयोग से शरीर में रिक्ट्रेशिया की वृद्धि से रोग लग जाता है। इससे संक्रामक रोगों में बहुत लाभ होता है। टाइफस फीवर पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड से पूरी तरह नष्ट हो जाता है। स्मरण रहे टाइफस फीवर जुओं और लीखों के संक्रमण से होता है। राकी माऊन्टेन स्पाटेड फीवर की जड़ें उखाड़ने में भी पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड से सहायता प्राप्त होती है। पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड पशुओं के जिगर में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बीजों की मींगी, बीजों की गिरियां, हरे पत्ते वाली पालक की साग-सब्जी से भी यह प्राप्त होता है। सोयाबीन के बीजों की मींगी में यह काफी अधिक पर्याप्त मात्रा में होता है। पशुओं के वृक्कों में भी पैरा-एमिनों बेंजोइक एसिड पाया जाता है। सामान्यत: 15 से 50 मिलीग्राम की मात्रा अथवा आवश्यकतानुसार चिकित्सा हेतु प्रयोग की जा सकती है। मूल रूप से पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड अनेक प्रकार के विषाणुओं के संक्रमण को रोकता है तथा समूल नष्ट करता है।
विटामिन बी12 की कमी से उत्पन्न होने वाले रोग
- शारीरिक कमजोरी।
- मानसिक कमजोरी।
- खून की कमी।
- जीभ में सूजन और लाली।
- भूख कम लगना।
विटामिन बी12 के स्रोत वाले खाद्य पदार्थो की तालिका-
- पशुओं के जिगर का सत्व।
- मछली।
- मांस।
- अण्डा।
- दूध।