ग्रेजुएटेड एनिमा-
कभी-कभी रोगों को दूर करने के लिए एनिमा क्रिया को अधिक समय तक किया जाता है, जिससे रोगी को एनिमा लेने की आदत पड़ जाती है। इस तरह एनिमा की आदत शरीर को होने पर उस छुड़ाने के लिए इस ग्रेजुएटेड एनिमा क्रिया का प्रयोग किया जाता है। इस एनिमा क्रिया में रोगी को एनिमा क्रिया में प्रयोग किए जाने वाले पानी की मात्रा को धीरे-धीरे कम किया जाता है। इस क्रिया में पहले रोगी को 1.5 लीटर पानी का एनिमा दिया जाता है। इसमें पानी का तापमान शरीर के तापमान के बराबर ही होता है। इसके बाद प्रतिदिन आधा लीटर पानी की मात्रा कम करते हुए लगभग 3 दिन में एनिमा क्रिया को समाप्त कर दिया जाता है।