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लिंग का आकार

परिचय-

           हमारे भारतवर्ष में यौनशिक्षा का अभाव होने के कारण बहुत से पुरुष सेक्स संबंधों को लेकर हमेशा उलझन में रहते हैं खासकर अपने लिंग के आकार को लेकर। कोई कहता है कि मेरा लिंग छोटा है. कोई कहता है मेरा लिंग मोटा नहीं है और इसकी वजह से वह संभोग क्रिया का पूरी तरह से आनंद भी नही उठा पाता। इसके लिए सबसे पहले यह बात जानना बहुत जरूरी है कि संभोग करने के लिए और संभोग क्रिया के समय असल में लिंग का काम क्या है और यह किस तरह काम करता है।

           लिंग का काम संभोग क्रिया के समय शुक्राणुओं को स्त्री की योनि में पंहुचाना और स्त्री-पुरुष को यौन संतुष्टि देना है। वैसे भी स्त्री की योनि के आगे का डेढ़ से दो सेंटीमीटर हिस्सा काफी नाजुक होता है जिसके लिए लिंग का लंबा या मोटा होना जरुरी नहीं है। स्त्री की योनि के बाहर मौजूद भगनासा (क्लाइटोरिस) सबसे नाजुक होता है जिस पर घर्षण होने से स्त्री को बहुत आनंद आता है। छोटे और पतले लिंग के द्वारा भी यह घर्षण आसानी से हो सकता है। जब लिंग योनि में घर्षण करता हुआ अंदर प्रवेश करता है और स्त्री पूरी तरह उत्तेजित हो जाती है तो वह योनि से लिंग को जकड़ लेती है जिससे स्त्री और पुरुष दोनों को आनंद मिलता है।

        एक बहुत ही मशहूर किताब के अनुसार योनि इस तरह से बनी है कि वह किसी भी लिंग के अनुसार अपने आपको ढाल सकती है। अगर लिंग बड़ा होता है तो योनि उसके लिए जगह बनाती है और अगर लिंग छोटा होता है तो उसको समेट लेती है। लिंग अगर मोटा है तो योनि फैल जाती है और लिंग पतला होता है तो योनि सिकुड़ जाती है।

जानकारी-

  • हर पुरुष के लिंग की लंबाई और मोटाई अलग-अलग होती है।
  • अनुवांशिकता और कद के अनुसार लिंग का आकार निश्चित होता है।
  • जब लिंग ढीली अवस्था में होता है तो उसका आकार छोटा होता है और जब यह उत्तेजित होता है तो लंबा हो जाता है।
  • लिंग को ऊपर से नीचे की ओर देखने से वह छोटा दिखाई देता है इसलिए उसका सही आकार देखने के लिए शीशे का प्रयोग करना चाहिए।
  • लिंग के आकार को लेकर मन में किसी तरह का भ्रम नहीं रखना चाहिए क्योंकि स्त्री को पुरुष के लिंग के आकार से कोई मतलब नहीं होता उसे सिर्फ अपने पति का प्यार चाहिए होता है।
  • अगर किसी व्यक्ति का लिंग छोटा होता है तो उसे संभोग करते समय स्त्री को बिल्कुल सीधा लिटाने के बाद उसकी कमर के नीचे तकिया लगा देना चाहिए और फिर संभोग करना चाहिए। इससे लिंग योनि में ज्यादा अंदर तक प्रवेश करता है और स्त्री-पुरुष दोनों को भरपूर आनंद मिलता है।
  • संभोगक्रिया के समय पुरुष को पीठ के बल लेट जाना चाहिए और फिर स्त्री को पुरुष के ऊपर उल्टा लेटकर संभोग करना चाहिए। यह क्रिया भी छोटे लिंग वाले पुरुषों के लिए बहुत लाभकारी रहती है।
  • अगर किसी पुरुष को ऐसा लगता है कि उसका लिंग छोटा होने के कारण वह अपनी पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पाता है तो उसे अपनी उंगली से स्त्री के भगनासा को रगड़ना चाहिए। इससे भी स्त्री संतुष्ट हो जाती है।


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