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जांघें और टांगे

 

परिचय-

          किसी भी स्त्री की ऊपर की ओर से नीचे की तरफ ढाल देती हुई टांगों को बहुत ज्यादा सुदंरता की निशानी माना जाता है। ऊपर से मोटी और गदराई हुई जांघे जो नीचे की और पतली होती चली जाती है, सुडौल मानी जाती है। घुटनों के नीचे से मोटी अर्थात पिण्डलियां मोटी और नीचे की तरफ पतली होती हुई टांगें भी सुडौल मानी जाती है। हमारी जांघों के ऊपर हमारे ऊपर के शरीर का पूरा भार होता है। बहुत ज्यादा मोटी या पतली जांघे शरीर का भार सही तरह से नहीं उठा सकती और देखने में भी बेकार लगती है। सुडौल जांघे वह मानी जाती है जो न तो ज्यादा पतली हो और न ही ज्यादा मोटी।

          जांघे ज्यादा मोटी होने के कारण ज्यादा दूर तक पैदल चलने मे परेशानी होती है। जिन महिलाओं के कमर और पेट भारी होते हैं उनकी टांगे भी ज्यादातर भारी होती है। बहुत सी स्त्रियां सोचती है कि जांघे तो कपड़ों के अन्दर छिपी हुई रहती है, ऐसे में उनकी खूबसूरती पर क्या ध्यान दें ऐसे मे खूबसूरती पर क्या ध्यान दें। परन्तु आज के मार्डन युग में अलग-अलग पोशाकों के प्रचलन में आ जाने से टांगों का महत्व बढ़ गया है जैसे- जींस, स्कर्ट, मिडी, फ्राक, मैक्सी, स्लैक्स आदि। इसके अलावा चूड़ीदार पायजामी और सलवार कमीज में वही महिलाएं सुन्दर नजर आती है जिनकी टांगें सुडौल होती है।

सावधानी-

  • जिन महिलाओं की जांघे ज्यादा मोटी और थुलथुली सी हो उन्हे चिकनाई वाला तला हुआ भोजन नहीं करना चाहिए। मैदा या मैदे से बनी चीजें, मांसाहारी भोजन और मीठा कम खाना चाहिए। सुबह-शाम 3 किलोमीटर तक पैदल जरूर चलना चाहिए।
  • दुबली-पतली टांगोवाली महिलाओं को चाहिए कि वह दूध और दूध से बने पदार्थ, घी, मक्खन आदि खाने चाहिए।
  • सप्ताह में 1 बार नहाने से पहले जैतून या सरसों के तेल से टांगों की मालिश करनी चाहिए।

व्यायाम-

  • टांगों के लिए सबसे आसान और अच्छा व्यायाम है पैदल चलना। इस व्यायाम से टांगों की मांसपेशियां मजबूत होती है और जांघों की फालतू चर्बी दूर हो जाती है।
  • फर्श पर सीधे लेटकर पैरों को साइकिल के पैण्डल की तरह चलाएं।
  • बाईं और करवट लेकर लेट जाएं। अब दाहिने पैर को मोड़ते हुए बाईं जांघ के ऊपर लाएं। यही क्रिया दाहिनी जांघ पर बाएं पैर से करें। इस व्यायाम को करने से जांघों की मांसपेशियों में खिंचाव पड़ता है और फालतू चर्बी भी खत्म हो जाती है।
  • फर्श पर बिल्कुल सीधे लेट जाएं, फिर सीधे पैर को ऊपर उठाकर उल्टे हाथ से सीधे घुटने का छूने की कोशिश करें। टांग को सीधा करें और बायां पैर ऊपर उठाएं तथा सीधे हाथ से घुटने को छुएं। इस व्यायाम को 5 से 7 बार करें।
  • दोनों पैरों को एकसाथ मिलाकर बिल्कुल सीधे खड़े हो जाए। अब अपने हाथों को कमर पर रखें। फिर बाएं पैर को ऊपर उठाएं और दाहिने पैर की जांघ पर टिका दें। बाएं हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को छूने की कोशिश करें। टांग को जमीन पर वापस ले आए। इसी प्रकार दाहिने पैर को उठाकर बाईं जांघ पर रखे और दांए हाथ से अंगूठे को छूने की कोशिश करे। इस दौरान कमर को बिल्कुल सीधा रखें।
  • 1 रस्सी लेकर सुबह जल्दी उठकर समतल जमीन पर तेज-तेज रस्सा कूदें।
  • इन सारे व्यायामों को करने से जांघे नर्म और गुदगुदी तथा चिकनी बनी रहती है। कूल्हों और जांघो पर से फालतू चर्बी छंट जाती है और टांगे मजबूत और सुन्दर होती है।


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