सीका (lymph) भी एक प्रकार का संयोजी ऊतक होता है। इसमें एक अर्द्ध ठोस (semi-solid) आधार पदार्थ (मैट्रिक्स) होता है। इसमें लसीका कोशिकाएं (lymphocytes) अधिक संख्या में पायी जाती है और इनका ज्यादातर भाग केन्द्रक से ही भरा रहता है। लसीकाभ ऊतकों में इस प्रकार की कोशिकाएं हमेशा बिखरी रहती है। इनके अलावा सूक्ष्म भित्तियों वाली नलिकाएं-लसीका वाहिनियां भी होती है। इनमें वाल्व (द्वार) भी होते हैं और इन्हीं वाल्वों के कारण लसीका एक दिशा में बहती है।
इस प्रकार के ऊतक लसीका पर्वों (lymph nodes), प्लीहा (Spleen), टान्सिल्स, एपेंडिक्स, छोटी एवं बड़ी आंतों की श्लेष्मा कला, अस्थिमज्जा, थाइमस ग्रन्थि आदि में पाये जाते हैं। लसीका ग्रन्थि में लसिकाभ ऊतक समूहों में रहते हैं।
लसीकाभ ऊतकों में रोगक्षमता पैदा करने वाले पदार्थों (immunizing substances) का निर्माण होता है, जो शरीर को रोगमुक्त रखने में सहायक होते हैं।