परिचय-
अवकाशी ऊतक शरीर में दूसरे संयोजी ऊतकों की अपेक्षा सबसे अधिक पाया जाता है। यह ढीला-ढाला ऊतक होता है और अक्सर दूसरे ऊतकों को जोड़ने और उन्हें सहारा देने का कार्य करता है। यह शरीर के हर एक भाग पर, जैसे त्वचा के नीचे, पेशियों के बीच में तथा पाचक नली (alimentary canal) आदि में यह पाया जाता है। पेशियों, रक्तवाहिनियों एवं तन्त्रिकाओं आदि को परस्पर बांधें रहने और उन्हें अपने स्थान पर स्थिर रखने वाली प्रावरणी (fascia) के आवरण भी इसी ऊतक के बने होते हैं। ग्रन्थियों में यह ऊतक स्रावी कोशिकाओं (secretory cells) को सहारा देते हैं। अवकाशी ऊतक में विभिन्न तन्तु (fibres) श्वेत या कोलेजनमय, पीत प्रत्यास्थ (yellow elastic) एवं जालीदार (reticular) तन्तु तथा विभिन्न कोशिकाएं- फाइब्रोब्लास्ट्स, हिस्टियोसाइट्स, बेसोफिल्म, प्लाज्मा सेल्स, पिगमेन्ट सेल्स एवं मास्ट सेल्स पायी जाती है।