परिचय:
यह ऊतकों का एक विस्तृत समूह है। यह कई प्रकार के होते हैं। इन ऊतकों का विशिष्ट कार्य संयोजन करना, अंगों को आच्छदित करना तथा उन्हें सही स्थान पर रखना है। ये ऊतक शरीर को एक ढांचा प्रदान करते हैं। इनमें कोशिकाएं उपकला कोशिकाओं की तरह बहुत ज्यादा चिपकी हुई नहीं होती बल्कि एक दूसरे से काफी अलग-अलग रहती है। इनके बीच के स्थान में अन्तर्कोशिकीय पदार्थ (intercellular substance) भरा रहता है, जिसे मैट्रिक्स कहते है। यह पदार्थ रेशेदार (fibrous) दिखाई देता है। संयोजी ऊतकों को कोशिकाएं अलग-अलग आकार और रूप-रंग की होती है। यद्यपि सबके संयोजी कार्य में समानता होती है। वास्तव में ये सभी आद्य कोशिकाओं से पैदा होते हैं और इन्हे मीजेनकाइमल कोशिकाएं (mesenchymal cells) कहते है।
संयोजी ऊतक (connective tissue) निम्न प्रकार के होते है-