परिचय-
जब किसी व्यक्ति को अपने आस-पास की हर चीज घूमती हुई नज़र आती है तो उसे चक्कर आना कहते हैं। इस रोग के कारण रोगी को जी मिचलाने और उल्टी आने जैसी शिकायत भी हो जाती है।
कारण-
झूला-झूलने से, नाव में सफर करने से, तेज गाड़ी में सफर करने से, किसी ऊंची इमारत से झांकने पर चक्कर आ सकते हैं। यह चक्कर का रोग उन बूढ़े लोगों को भी हो सकता है जो एथिरोस्कलेरोसिस के रोग से ग्रस्त होते हैं।
लक्षण-
चक्कर आने पर व्यक्ति को सब कुछ घूमता हुआ नज़र आता है, उसका जी मिचलाने लगता है तथा उसका शारीरिक संतुलन बिगड़ जाता है।
चिकित्सा-
जब किसी व्यक्ति को लगे कि उसे चक्कर आ रहे हैं तो उसे तुरंत उसी जगह पर बैठ जाना चाहिए। अगर चक्कर घर के अन्दर आते हैं तो बिस्तर आदि पर लेट जायें क्योंकि कभी-कभी इस रोग में दौरे भी पड़ने लगते हैं।
चित्र में दिए गए प्रतिबिम्ब बिन्दुओं के अनुसार एक्यूप्रेशर चिकित्सा द्वारा रोगी के शरीर पर दबाव देकर चक्कर आने के रोग का उपचार किया जा सकता है।