परिचय-
एपेंडिसाइटिस का रोग तब होता है जब किसी व्यक्ति के एपेंडिक्स में संक्रमण या सूजन होती है। इस रोग में रोगी को बहुत तेज व चुभन वाला दर्द होता है जो लगातार बढ़ता जाता है। इस रोग में एपेंडिक्स के फटने का डर रहता है।
कारण-
ऐपेंडिक्स की बारीक नली में चिकने पदार्थ के जमा होने से यह नली बंद हो जाती है। इस एपेंडिक्स में हमेशा मौजूद रहनेवाले बैक्टीरिया प्रतिक्रिया के कारण मवाद में बदल जाते हैं। तब एपेंडिक्स फूलकर छोटी सी थैली का रूप लेने लगता है।
लक्षण-
एपेंडिसाइटिस के रोग में रोगी को अचानक से दर्द उठता है। इससे पहले रोगी को इस रोग के लक्षण नहीं दिखते हैं। यह दर्द पेट के दाईं ओर कूल्हों से नाभि के बीच में होता है जो कुछ ही समय में पूरे पेट में फैल सकता है।
चिकित्सा-
एपेंडिसाइटिस का रोग होने पर रोगी को तुरंत ही चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।
(प्रतिबिम्ब बिन्दु पर दबाव डालकर एक्यूप्रेशर चिकित्सा द्वारा इलाज करने का चित्र)