परिचय-
इन चिकित्साओं के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इन दोनों पद्धतियों ने एक साथ ही जन्म लिया था। भले ही इनका काम करने का तरीका अलग हो मगर लाभ दोनों पद्धति के एक ही जैसे हैं।
एक्युप्रेशर में हाथों के अंगूठे व अन्य उपकरणों से प्रेशर दिया जाता है साथ ही दबावयुक्त मालिश की जाती है। वैसे एक्युप्रेशर का नाम दो नामों एक्यूस+प्रेशर से जोड़कर बनाया गया है। लैटिन में एक्यूस का मतलब है सुई (नीडल) तथा प्रेशर का अंग्रेजी में मतलब चुभन व सुई जैसे दबाव डालना है न कि सुईयों से इलाज।
इसी प्रकार एक्युपंचर का नाम भी दो नामों एक्यूस तथा पंक्चर से बना है। यहां पर एक्यूस का अर्थ है सुई तथा पंक्चर का अर्थ है छेदना या चुभाना। इस पद्धति में एक खास तरह कि सूईयों का इस्तेमाल किया जाता है जो चॉदी की होती हैं। जिन्हें केन्द्र बिन्दुओं पर चुभाया जाता है।