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शैयाक्षत

 

परिचय-

          यह रोग उन व्यक्तियों को होता है जो किसी लंबे रोग या किसी और कारण से अधिक दिनों तक चारपाई पर पड़े रहते हैं। इस रोग के कारण रोगी व्यक्ति के पीठ पर घाव हो जाते हैं और रोगी व्यक्ति को इस रोग में बहुत अधिक परेशानी होती है।

शैयाक्षत रोग का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार-

          शैयाक्षत रोग का उपचार करने के लिए रोगी व्यक्ति को प्रतिदिन दिन में कम से कम 3 बार पीठ के घावों पर एक घंटे तक ठंडे पानी में कपड़े को भिगोकर पट्टी बांधनी चाहिए। पट्टी करने से पहले रोगी व्यक्ति को 5 मिनट तक भाप देनी चाहिए। इसके बाद ठंडे पानी से भीगे कपड़े को घाव पर कम से कम 15 मिनट तक रखना चाहिए। इस उपचार को करने के साथ-साथ दिन में कम से कम दो बार नमक मिले पानी से घाव को धोना चाहिए। इससे यह रोग कुछ ही समय में ठीक हो जाता है।


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