एनिमा क्रिया आंतों को साफ करने की एक क्रिया है, जिसमें यंत्र के द्वारा पानी को मलद्वार से मलाशय में पहुंचाकर आंतों को साफ किया जाता है। एनिमा क्रिया वैसे ही है जैसे योग में आंतरिक अंगों को साफ करने के लिए षटक्रिया होती है। षटक्रिया में पानी, दूध, रस्सी तथा धौति आदि के द्वारा शरीर के आंतरिक अंगों को साफ किया जाता है। षटक्रिया में एक अन्य क्रिया भी है जिसे बस्तिक्रिया कहते हैं। बस्ति क्रिया का छोटा रूप ही एनिमा क्रिया है। एनिमा क्रिया में पानी को मलद्वार से अंदर पहुंचाकर मलाशय को साफ किया जाता है। एनिमा क्रिया द्वारा केवल आंतों को साफ करके शरीर के विभिन्न रोगों को उत्पन्न होने से रोककर शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखा जा सकता है। एनिमा क्रिया से रोग दूर होता है और शरीर कोमल, सुंदर बनता है। एनिमा से आंतों की सफाई के साथ-साथ शरीर का खून भी साफ होता है, जिससे त्वचा कोमल और चेहरे पर चमक आती है।
एनिमा क्रिया देखने में साधारण क्रिया लगती है, जिससे आंते साफ होती हैं। परंतु यह क्रिया शरीर में उत्पन्न करने वाले अनेक प्रकार के रोगों का मुख्य स्रोत पेट की कब्ज को दूर करता है। इस क्रिया से कब्ज जड़ से ही समाप्त होता है और शरीर में विभिन्न प्रकार के रोगों को उत्पन्न होने से रोकता है.............