परिचय-
फल और सब्जियों से निकाले हुए रसों में विशेष प्रकार के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। रस का भोजन शरीर को जरूरी तत्व प्रदान कर रोगों से छुटकारा प्रदान करता है इसके साथ ही रोग से छुटकारा दिलाने की प्रक्रिया एवं कोष पुनर्जीवन में तेजी लाता है और रोगों से लड़ने का काम करता है।
रस खून को साफ करने वाला और शरीर की सभी तंत्रिकाओं को शुद्ध करने वाला होता है।
रोगों से छुटकारा पाने के लिए फल और सब्जी के रस का उपयोग करने से काफी लाभ होता है। रस को धीरे धीरे पीना चहिए। इसका मतलब यह है कि रस को पीना नहीं खाना चाहिए, ताजे रस में रोगों को दूर करने की अधिक शक्ति होती है। फल या सब्जी से रस उतना ही निकालें जितना कि आप पी सकें। रस को फ्रीज में भी रखने से इसके औषधीय तत्व नष्ट हो जाते हैं। रस को कभी गर्म न करें। रस में कभी नमक या चीनी नहीं डालनी चाहिए। साग सब्जी व फल का रस अलग अलग ही पीना चहिए। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन थोड़ा रस जरूर पीना चहिए।
मुख्य उपयोगी रस-
सफेद पेठे का रस, हरे नारियल का पानी, अनार का रस, अनन्नास का रस, केले के डंठल का रस, गाजर का रस, मीठे संतरे का रस, मौसमी का रस, तरबूज का रस, अंगूर का रस, गेहूं के जौ का रस, चुकन्दर का रस, लौकी का रस, आंवला का रस, नींबू, शहद आदि का रस लेना चाहिए।
गाजर और पत्ता गोभी का रस, गाजर एवं पालक का रस, गाजर का रस चुकन्दर का रस मिलाकर लेने से बहुत ही लाभ होता है।