परिचय-
आमतौर पर जिस तरह से लोग नहाते हैं उसे केवल स्नान कहते हैं। यह स्नान लाभ की दृष्टि से बिल्कुल बेकार होता है। साधारण स्नान में अधिकतर लोग जल्दबाजी में नहाते हैं। यदि प्रतिदिन किये जाने वाले इस स्नान को विधिपूर्वक किया जाए तो इससे भी लाभ मिल सकता है। इसके लिए स्नान से पहले विभिन्न क्रियाएं करके लाभ प्राप्त किया जाता है।
साधारण पूर्ण स्नान विधि-
सामान्य रूप से प्रतिदिन किये जाने वाले स्नान से पहले हथेली या तौलिया से पूरे शरीर को रगड़कर गर्म कर लें। शरीर को गर्म करने के बाद ठंडे पानी से नहाना चाहिए। ठंड के मौसम में पानी को हल्का गर्म करके स्नान करना चाहिए। स्नान करने के बाद हथेली से शरीर के पानी को साफ करके ही कपड़े पहनने चाहिए। स्नान करने के बाद यदि ठंड महसूस हो तो हल्का व्यायाम करके शरीर को गर्म कर लेना चाहिए। स्नान सुबह करके टहलने के लिए जाना चाहिए।
साधारण स्नान से लाभ-
इस तरह नियमपूर्वक स्नान करने से शरीर की सफाई के साथ शारीरिक शक्ति बढ़ती है। इस स्नान से खून का बहाव तेज होता है, त्वचा स्थिर एवं सक्रिय होती है। इससे मन प्रसन्न होता है तथा शरीर में स्फूर्ति व उत्साह बढ़ता है, जिससे कार्य करने में मन लगता है।