शरीर और भोजन का गहरा सम्बंध होता है। हर व्यक्ति को सादा और विटामिन युक्त भोजन करना चाहिए। ऐसा भोजन शरीर की सभी धातुओं को लाभ पंहुचाता है।
व्यक्ति को भोजन हमेशा भूख से थोड़ा कम ही करना चाहिए। कम भोजन करना स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होता है। भोजन उतना ही करना चाहिए जितना कि आसानी से पचाया जा सके।
शुद्ध व प्राकृतिक भोजन शरीर का पोषण करने वाला, जल्द ही शक्ति देने वाला, शांति देने वाला, साहस, मानसिक शक्ति और पाचनशक्ति को बढ़ाने वाला होता है। भोजन से ही शरीर में सप्त धातुएं बनती हैं। आयुर्वेदाचार्य महर्षि चरक ने भी लिखा है कि `देहो आहारसंभव:´ अर्थात शरीर भोजन से ही बनता है। `उपनिषद´ में भी कहा गया है..............