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सेक्स से संबन्धित रोग

परिचयः-

               कुछ ऐसी प्रणालियों का विकास हुआ है जिसके चमत्कारी असर देखने को मिले है। ये प्रणालियां अधिकतर कुदरती होती है क्योंकि इन प्रणालियों में किसी भी तरह की दवाईयों का इस्तेमाल नहीं कर सकते, इसलिए इन दवाईयों के इस्तेमाल के कोई भी गलत परिणाम नहीं निकलते हैं। इन दवाईयों का उपयोग किसी चिकित्सक के सामने ही करना चाहिए। कुछ जानकारी और प्रयास के बाद इसका इस्तेमाल बड़े ही आसान तरीके से कर सकते हैं।

उपचारः-

वाटर थेरेपीः-

               जल से होने वाली चिकित्सा को वाटर थेरेपी भी कहते हें। जल के अनेक प्रयोगों से कई तरह के रोगों का उपचार किया जा सकता है। जल चिकित्सा के द्वारा हम सेक्स से संबंधित किसी भी रोग का इलाज कर सकते हैं।

कटि स्नानः-

               कटि स्नान के द्वारा संभोग क्षमता की समस्याओं को दूर किया जा सकता है। कटि स्नान से नर्वस सिस्टम में उत्तेजना आती है, वीर्य के जल्दी निकलने की दिक्कत खत्म हो जाती है तथा सेक्स करने की ताकत भी काफी मात्रा में बढ़ जाती है। कटि स्नान से इलाज करने के लिए किसी बड़े से टब में पानी भरकर अपनी पीठ, कमर, पेट तथा जननेन्द्रिय के भाग को डुबोकर टब के अंदर बैठ जाएं। इस टब के अंदर पानी हल्का ठंडा होना चाहिए। कुछ समय तक पानी के अंदर डूबे हुए अंग को किसी भी साफ कपड़े से हल्के-हल्के हाथों से साफ करते रहें। विस्तारपूर्वक कटि स्नान करने पर संभोग क्षमता में अजीब सी बढ़ोतरी हो जाती है। रात को सोने से पहले अगर कटि स्नान कर लिया जाए तो रात को होने वाले रोग खत्म हो जाते हैं तथा इससे स्वप्नदोष की शिकायत भी दूर हो जाती हैं।

ठंडी-गर्म सेंकः-

               इसका प्रयोग करने से स्वप्नदोष, वीर्य का जल्दी निकल जाना तथा नामर्दी जैसे रोगों की समस्या समाप्त हो जाती है। ठंडे-गर्म सेंक से इलाज करने के लिए सबसे पहले कमर से लेकर पीठ के ऊपर तक रीढ़ की हड्डी पर पहले 3 मिनट तक गर्म पानी में किसी कपड़े को भिगोकर उस जगह पर सेंक कर दें। फिर इसके बाद इस कपड़े को बदलकर दूसरा कपड़ा लेकर उसे ठंडे पानी में भिगोकर करीब एक मिनट तक सेंक करें। इस क्रिया को कई-कई बार करना चाहिए। यह उपाय अधिक फायदेमंद होता है। इसको रोजाना विस्तारपूर्वक प्रयोग करने से जल्दी ही लाभ मिलता है।

एरोमा थेरेपीः-

               इस थेरेपी में प्रयोग होने वाले तेल को संभोग क्षमता को अधिक शक्ति देने के लिए प्रयोग में ला सकते हैं। इस तेल से समस्त शरीर की मालिश करनी चाहिए। एक-दो बूंदे एरोमा आयल को नारियल या जैतून के तेल में डालकर सही तरह से सारे शरीर की मालिश करनी चाहिए। इस तेल की खूशबू ही आप के अंदर संभोग क्षमता की शक्ति को बहुत अधिक बढ़ा देती है।

पैचोलीः-

               पैचोली के आयल को इस्तेमाल करने से सेक्स क्षमता और संभोग करने की इच्छा बढ़ती है। इसके तेल की खुशबू शरीर में हार्मोन देने के सिस्टम को सही करती है। इसके विपरित यह एंडोक्राइन ग्लैंड्स की तेज करने की गति को भी बढ़ा देती है। इस तेल का प्रयोग अधिकतर रोगों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

क्लैरीसेजः-

               क्लैरीसेज के तेल की खुशबू अधिक तनाव पैदा करने वाली और अधिक नशीली होती है। इस तेल से सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए किसी भी तेल का मुकाबला नहीं किया जा सकता है। कलैरीसेज के तेल की खुशबू ही शरीर की कमजोरी और थकावट को दूर भगाती है तथा यह तेल शरीर को काफी आराम भी पहुंचाता है।

एक्यूप्रेशर थेरेपीः-

               आज के समय में  कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ एक्यूप्रेशर के बिंदुओं पर जोर देने से एंडार्फिन नामक हार्मोन की बढ़ोतरी होती है जिसके कारण सेक्स क्षमता में बहुत ही तेजी से बढ़ोतरी होती है। सेक्स पर दबाव देने वाले जोड़ सेक्स ऊर्जा (शक्ति) के रास्ते की सारी रुकावटों को दूर कर देते हैं।

               मेरुदण्ड (रीढ़ का हड्डी) से लगभग डेढ़ से दो इंच दूर दोनों तरफ तथा पीठ के ठीक मध्य भाग से रीढ़ की हड्डी के चार अंगुल के ऊपर और नीचे की तरफ सेक्स अंगों पर दबाव देने वाले जोड़ होते हैं। इसके बाद आप किसी से भी कहे कि वह अपने अंगूठे से इन जोड़ो पर हल्का-हल्का सा दबाव दें। यह दबाव 25 सेकंड तक होना चाहिए। धीरे-धीरे हल्के हाथों से नीचे से ऊपर की तरफ दबाव देते हुए आगे बढ़े। इन दबाव देने वाले जोड़ो पर दबाव देते रहने से सेक्स क्षमता में तेजी के साथ बढ़ोतरी होती रहती है।

सेक्स मसाजः-

               सेक्स के अंगों की रोजाना विस्तारपूर्वक मालिश करने से सेक्स वाले अंग (शिश्न तथा उसके आसपास वाले अंग) मजबूत बनते हैं तथा उन अंगों में अजीब की ताकत आ जाती है। रात को सोते समय या नहाने से पहले सदा ही सेक्स के अंगों पर तेल से हल्के-हल्के हाथों से मालिश करनी चाहिए। मालिश करने के लिए करीब-करीब 8-10 बूंद तेल की लेकर सेक्स वाले अंगों- लिंग तथा उसके आसपास वाले अंग, अण्डकोष के ऊपर-नीचे और नितम्ब के बीच वाले भाग की तरफ लगाते जाएं और धीरे-धीरे हाथों से मालिश करते हुए इस तेल को सुखाने की कोशिश करें। मालिश करने के लिए तिल का तेल, जैतून का तेल और सरसों के तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं। इन तेलों से मालिश करने से सेक्स क्षमता में अधिक बढ़ोतरी होती है।


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