सेक्स संबंध के दौरान जब वीर्य स्खलन हो जाता है तो पुरुष सेक्स क्रिया को समाप्त मान लेते हैं। इसके बाद वे अपने लिंग को योनि से बाहर निकाल लेते हैं और एक करवट लेकर सोने लगते हैं। सेक्स विशेषज्ञों के अनुसार वीर्य स्खलन के बाद भी सेक्स समाप्त नहीं होता है। इसके बाद भी पत्नी अपने पति से कुछ और भी चाहती है। वह स्खलन के तुरंत बाद अपनी योनि से लिंग को बाहर निकालना पसंद नहीं करती है अर्थात वह चाहती है कि स्खलन के कुछ समय बाद तक पुऱुष अपने लिंग को योनि के अंदर ही डाले रहे।
यदि स्त्री और पुरुष दोनों एक ही साथ स्खलित होते हैं तो स्त्री की योनि, मूत्राशय, गर्भाशय और आमाशय में संकुचन होता रहता है। ऐसी स्थिति में यदि स्खलन के कुछ देर बाद तक लिंग योनि के अंदर ही रहे तो इससे स्त्री को बहुत अधिक आनंद की प्राप्ति होती है। इसके अलावा जो स्त्री पुरुष के साथ स्खलित नहीं हो पाती है वह भी स्खलन के तुरंत बाद य़ोनि से लिंग को निकालना पसंद नहीं करती है। वह योनि को संकुचित करके चरमसुख प्राप्त करने की कोशिश करती है और य़ोनि में लिंग के रहने पर शीघ्र ही संतुष्ट हो जाती है।
स्खलन होने के बाद के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य-
- सेक्स क्रिया के दौरान पुरुष जब स्खलित हो तो उसके तुरंत बाद ही लिंग को य़ोनि से बाहर न निकालें।
- स्खलन होने के बाद स्त्री को कसकर रखें तथा चुंबन, आलिंगन आदि क्रिय़ाओं को करते रहें। उसके पूरे शरीर को हल्के हाथों से सहलाएं तथा उसके बालों में उंगली डालें। ऐसा करने से स्त्री को बहुत अधिक सहानुभूति होती है।
- स्खलन होने के बाद पुरुष को तब तक स्त्री के शरीर से लिपटा रहना चाहिए जब तक कि लिंग स्वयं ही सिकुड़कर बाहर न आ जाए।
- सेक्स संबंधों के बाद स्त्री-पुरुष को एक-दूसरे की संतुष्टि के बारे में अवश्य जानना चाहिए।
- सेक्स के बाद जब पत्नी पूरी तरह से रिलैक्स महसूस करे तभी उसे उठने दें।
- सेक्स करने के वाद थकावट महसूस होती है जिसके कारण बहुत तेज नींद आने लगती है। इसलिए बिस्तर पर लेटकर पत्नी को बाहों में भरकर सो जाना चाहिए।