परिचय-
मजबूत, सुडौल और आकर्षक स्तन स्त्री की खूबसूरती और अच्छे स्वास्थ्य की पहचान है। बच्चे को दूध पिलाने के लिये भी स्त्री के बड़े और भारी स्तन ही ठीक रहते हैं।
कारण-
बचपन में लड़की को पौष्टिक भोजन न मिलना, खेल-कूद की तरफ ज्यादा रुचि न लेना, व्यायाम न करना, कम उम्र में विवाह होना, खुलकर हंसने और बोलने में हिचकिचाना, घर में घुटन का वातावरण, ज्यादा तंग ब्रेसरी पहनना या शर्माने की वजह से या स्तनों की तरफ ध्यान न देने की वजह से स्तन छोटे ही रह जाते हैं और छोटी उम्र में मां बनने, जल्दी-जल्दी बच्चे होने तथा बच्चे को सही ढंग से दूध न पिलाने की वजह से स्तन समय से पहले ही ढल जाते हैं। शरीर में खून की कमी या कमजोरी भी इसका एक कारण है।
स्तनों को बढ़ाने के लिए-
- घर का साधारण काम करते रहने से शरीर की कसरत हो जाती है। लड़कियों को खेलकूद में भी भाग लेना चाहिए। डांस और रस्सा कूदना भी स्तनों के लिए अच्छा व्यायाम हैं। जो महिलाएं घर में काम नहीं करती वे सारे दिन आफिस में कुर्सी पर आराम करती रहती हैं, उन्हें रोजाना सुबह जल्दी उठकर हल्का-फुल्का व्यायाम करने की आदत डालनी चाहिए। इससे स्तन मजबूत और सुडौल बनते हैं।
- सुबह ताजी और खुली हवा में खड़े होकर थोड़ी देर तक गहरी सांस लीजिए। इस व्यायाम को करने से स्तनों को सुन्दर बनाने के साथ-साथ सांस की बीमारियों में भी राहत मिलती है।
- भोजन प्रोटीन वाला और अच्छा खाना चाहिये जिसके अन्दर खनिज और विटामिन भी भरपूर मात्रा में हो। इससे स्तन भी सही तरीके से बढ़ते हैं।
- ब्रा बिल्कुल सही नाप की पहननी चाहिए, वह न तो ज्यादा ढीली और न ही ज्यादा टाईट होनी चाहिए। सुबह हवा में घूमते हुए, कसरत करते हुए और रात को सोते समय ब्रा को खोल देना चाहिये या बिल्कुल ढीला कर देना चाहिये। इससे स्तनों को ऑक्सीजन मिलती है और वे सुन्दर बनते हैं।
- कई बार लड़कियां हर समय चिन्ता में खोई रहती है जो स्तनों के बढ़ने में बहुत ही बड़ी बाधा है। बहुत बार स्तनों का विकास जरा देरी से होता है कभी तो शादी के बाद और कई बार मां बननें के बाद स्तनों का विकास होता है। इसलिये लड़कियों को इस कमी को लेकर चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। पैड वाली ब्रा या अच्छी डैस पहनकर भी स्तनों की कमी को दूर किया जा सकता है। पर कुछ लड़कियां ऊंची एड़ी के जूते पहनती है ताकि लगे कि उनके स्तन अच्छे है पर ये सेहत के हिसाब से बिल्कुल ठीक नहीं है। अगर उम्र के हिसाब से स्तन नहीं बढ़ते हैं तो डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए हो सकता है कि आपको हार्मोंस के द्वारा स्तन विकास करा दिया जाए। पर डॉक्टर से पूछे बिना कभी भी हार्मोंस की गोलियां नहीं लेनी चाहिए। अगर स्तन वंशानुगत छोटे हैं तो इस कमी को स्वीकार कर लेना चाहिए।
स्तनों को बढ़ाने के लिये व्यायाम-
- नहाने से कुछ देर पहले स्तनों पर जैतून के तेल से गोल-गोल हाथ चलाते हुए मालिश करें। फिर 1-1 बांह को बिल्कुल सीधा तानकर कम से कम 10 बार गोलाई में घुमाएं। इसके बाद खुले पानी में खूब नहाएं। इससे शरीर में खून की रफ्तार तेज होती है और स्तनों को बढ़ने में मदद मिलती है।
- जमीन के ऊपर चटाई बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर दोनों बांहे बिल्कुल सीधी अगल-बगल में सामने फैला लें। हाथों में कोई भारी चीज उठा लें। फिर हाथों कों कोहनी से मोड़कर छाती की ओर लाएं और फिर वापस ले जाएं। इस व्यायाम को जितनी बार भी आसानी से हो करना चाहिए। इससे स्तनों को बढ़ने मे बड़ी मदद मिलती है।
- बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं। फिर दोनों हाथ गर्दन के पीछे बांधकर उंगलियां आपस में फंसा लें। अब कोहनियों को आगे-पीछे धीरे-धीरे से शुरू करके जल्दी-जल्दी कीजिए। यह व्यायाम रोजाना 3 से लेकर 5 मिनट तक करने से स्तन सुन्दर और मजबूत बनते हैं।
कैसे कराएं स्तनपान-
- कुछ स्त्रियां सोचती है कि बच्चे को दूध पिलाने से जवानी जल्दी ढल जाती है। बच्चे को सही तरीके से दूध पिलाने से मां और बच्चे दोनों का ही शारीरिक और दिमागी स्वास्थ्य ठीक रहता है।
- गलत ढंग से स्तनपान कराने से स्तन जल्दी ढल जाते हैं। इसलिये कभी भी बच्चे को लेटकर दूध नहीं पिलाना चाहिए बल्कि बैठकर स्तनों को हाथ की मदद से पकड़कर बच्चे को दूध पिलाना चाहिए। बच्चे को लेटकर दूध पिलाने से स्तन खिंचकर ढीले हो जाते हैं।
- स्तनों के निप्पल को दोनों उंगलियों के बीच में लेकर बच्चे के मुंह में लगाइये पर ध्यान रहे कि स्तनों के भार से उसकी नाक नहीं दबनी चाहिए क्योंकि नाक के दबने पर वह नाक से सांस नहीं ले पाएगा और दूध नहीं पी पाएगा।
- बच्चे को स्तनपान कराते समय ब्लाउज सही नाप का लेकिन ज्यादा कसा हुआ नहीं पहनना चाहिए।
- प्रोटीन वाला भोजन करने से भी स्तन सुन्दर बनते हैं।
ढीले स्तनों के लिए-
- अपने खाने-पीने की आदत को सही रखना चाहिए और भोजन में खनिज-विटामिनों की मात्रा सही होनी चाहिए।
- जैतून के तेल से स्तनों के ऊपर अच्छी तरह से मालिश करके खुले पानी में नहाना चाहिए।
- माजूफल को शहद में घिसकर स्तनों पर उसका लेप करने से ढीले स्तन कठोर और सुन्दर बन जाते हैं।
- ब्रा बिल्कुल सही नाप की पहननी चाहिये जिससे की स्तन ऊपर की ओर उठे हुए लगने चाहिए।
- पेट के बल उल्टे लेटकर दोनों हाथों को पीठ पर बांध लें। अब सिर को ऊंचा उठाकर गर्दन को जितना पीछे ले जा सके ले जाएं। फिर सामने टिकाएं और फिर पीछे ले जाएं। इस व्यायाम को करने से ढीले स्तन दुबारा कठोर बनेंगे और आपकी कमर, रीढ़ और गर्दन तथा कंधे भी मजबूत होंगे।
भारी स्तन-
- घर में रहने वाली महिलाओं को अपनी बड़ी होती हुई लड़की का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इस उम्र में लड़कियां समय से पहले गलत संगत में पड़कर समय से पहले बड़ी न हो जाए। बचपन से जवानी की तरफ कदम रखने के समय में लड़कियों के स्तन भारी हो जाने की समस्या ज्यादातर इन्ही कारणों से होती है। लड़कियां अकेली जगह में अपने स्तनों से खेलती रहती है या उन्हें दबाती रहती है या फिर अपनी साथी-संगियों को अपने स्तनों से खेलने का मौका देती है जिससे छोटी उम्र में ही हार्मोंस के बढ़ने की वजह से यह प्रवृति आगे भी स्तनों के भारी होने के रूप में बनी रहती है। अगर स्तन जरूरत से ज्यादा भारी हो तो डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए।